HomeFictional"शादी की रातों की तड़प और मातृत्व का अनजाना रहस्य!"

“शादी की रातों की तड़प और मातृत्व का अनजाना रहस्य!”

विनिता का डर और कुश का सच

विनिता की आँखों में डर था। उसने घबराकर इधर-उधर देखा, लेकिन कुछ बोल नहीं सकी।
रेणुका की आवाज़ तेज़ हो गई—

“बोल ना, क्यों किया तूने ऐसा? बोल!”

तभी, दरवाज़े के पास खड़ा कुश ये सब सुन रहा था।

उसकी छोटी आँखों में सवाल थे।
उसका दिल तेज़ी से धड़कने लगा।

“माँ, ये क्या कह रही हैं?”

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