जब चाल उल्टी पड़ गई…
रणविजय धीरे-धीरे रुबीना के लिए दीवाना होने लगा।
पर सौम्या को जो दिख रहा था, वो अधूरा था।
रुबीना सिर्फ रणविजय को नहीं, बल्कि देव को भी अपना बना रही थी।

देव अब 18 साल का हो चुका था…
वो लड़का जिसने कभी प्यार नहीं देखा था, अब उसे रुबीना से प्यार हो गया था।
रुबीना देव के करीब आने लगी…
बचपन अब जवानी में बदल गया।
पर देव ये नहीं जानता था कि जिसे वो छू रहा था, वो मौत थी।